मुंबई। एक अभिनेत्री ने 'खूबसूरती' बढ़ाने के लिए अपने स्तनों का ऑपरेशन कराया। इसके बाद भी उसे मायूसी हाथ लगी। इससे नाराज होकर उसने उपभोक्ता फोरम में सर्जरी करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ बीस लाख रुपये हर्जाने का दावा ठोंक दिया। अदालत ने यह कहकर उसे कोई राहत नहीं दी कि सर्जरी नाकाम रहने की वजह डॉक्टर नहीं, उसका कुत्ता था।
बांद्रा स्थित मुंबई जिला उपभोक्ता फोरम ने 5 नवंबर को अपने आदेश में कहा कि अभिनेत्री इलाज में लापरवाही का आरोप साबित करने में नाकाम रही। फोरम ने ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक डॉ. संदीप शर्मा और डॉ ए एस बाली सिंह की यह दलील स्वीकार कर ली कि स्तन बड़ा करने के लिए की गई सर्जरी का अच्छा नतीजा नहीं निकलने का कारण अभिनेत्री का कुत्ता था। ऑपरेशन के बाद अभिनेत्री का कुत्ता उसके वक्ष पर कूद गया था।
उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एल देशपांडे और सदस्य डी एस बिदनुरकर ने अपने आदेश में कहा, 'अभिनेत्री ने न तो किसी पेशेवर को गवाह के तौर पर पेश किया और न ही कोई शपथ पत्र दायर किया जिससे बचाव पक्ष के लिखित बयान का खंडन होता हो। उसने डॉक्टरों के इस बयान का भी खंडन नहीं किया कि ऑपरेशन के बाद उसके बाएं वक्ष पर कुत्ते ने छलांग लगा दी थी। सुबूतों के अभाव में दूसरे पक्ष का बयान एक तरह से सही है। अभिनेत्री ने वर्ष 2008 में 14 जनवरी को भार्गव नर्सिग होम में सर्जरी कराई थी। ऑपरेशन के बाद उसे उसी दिन छुट्टी दे दी थी। इसके बाद वह 5 मार्च को अपने स्तनों में दर्द और नींद न आने की शिकायत लेकर फिर नर्सिग होम पहुंची थी। डॉक्टरों ने स्तनों को बड़ा करने के लिए उनके अंदर डाले गए पदार्थ को निकाल दिया था। स्त्रोत : जागरण, ११.११.11, 11:26 pm (मनचाही खूबसूरती न मिलने पर अभिनेत्री ने ठोंका दावा)
बांद्रा स्थित मुंबई जिला उपभोक्ता फोरम ने 5 नवंबर को अपने आदेश में कहा कि अभिनेत्री इलाज में लापरवाही का आरोप साबित करने में नाकाम रही। फोरम ने ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक डॉ. संदीप शर्मा और डॉ ए एस बाली सिंह की यह दलील स्वीकार कर ली कि स्तन बड़ा करने के लिए की गई सर्जरी का अच्छा नतीजा नहीं निकलने का कारण अभिनेत्री का कुत्ता था। ऑपरेशन के बाद अभिनेत्री का कुत्ता उसके वक्ष पर कूद गया था।
उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष जे एल देशपांडे और सदस्य डी एस बिदनुरकर ने अपने आदेश में कहा, 'अभिनेत्री ने न तो किसी पेशेवर को गवाह के तौर पर पेश किया और न ही कोई शपथ पत्र दायर किया जिससे बचाव पक्ष के लिखित बयान का खंडन होता हो। उसने डॉक्टरों के इस बयान का भी खंडन नहीं किया कि ऑपरेशन के बाद उसके बाएं वक्ष पर कुत्ते ने छलांग लगा दी थी। सुबूतों के अभाव में दूसरे पक्ष का बयान एक तरह से सही है। अभिनेत्री ने वर्ष 2008 में 14 जनवरी को भार्गव नर्सिग होम में सर्जरी कराई थी। ऑपरेशन के बाद उसे उसी दिन छुट्टी दे दी थी। इसके बाद वह 5 मार्च को अपने स्तनों में दर्द और नींद न आने की शिकायत लेकर फिर नर्सिग होम पहुंची थी। डॉक्टरों ने स्तनों को बड़ा करने के लिए उनके अंदर डाले गए पदार्थ को निकाल दिया था। स्त्रोत : जागरण, ११.११.11, 11:26 pm (मनचाही खूबसूरती न मिलने पर अभिनेत्री ने ठोंका दावा)
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