वेब पोर्टल निपटा रहे उपभोक्ता शिकायतें
नई दिल्ली, सौरभ सुमन
टीवी-फ्रिज से लेकर हवाई यात्रा संबंधित शिकायतों तक का निपटारा कराते हैं ये पोर्टलउपभोक्ता फोरम में शिकायतों की लंबी फेहरिस्त से बचने और कंपनी से खरीदे किसी सामान से जुड़ी समस्या के जल्द समाधान के लिए उपभोक्ताओं ने नए तरीके ढूंढ़ने शुरू कर दिए हैं। इसमें बड़ी भूमिका निभा रही हैं वेब पोर्टल कंपनियां। भारत में वेब पोर्टल के जरिए उपभोक्ता वस्तुओं से जुड़ी शिकायतों के समाधान का यह नया ट्रेंड है। उपभोक्ता अब टेलिविजन, फ्रिज, टेलिफोन, ऑनलाइन शॉपिंग और उपभोग से जुड़ी तमाम चीजों में आई समस्या का समाधान करने में वेबपोर्टल कंपनियों की मदद लेने लगे हैं।
ऐसी ही एक सेवा प्रदाता वेबपोर्टल कंपनी अकोशाडॉटकॉम के सीईओ अंकुर सिंगला कहते हैं कि भारत में इस तरह की सेवा अभी शुरुआती अवस्था में है। लेकिन जैसे-जैसे इंटरनेट के इस्तेमाल का दायरा बढ़ेगा और उपभोक्ताओं में अपने अधिकार को लेकर जागरुकता बढ़ेगी, ऑनलाइन शिकायतों में भी उसी हिसाब से इजाफा होगा। लोग शिकायतों का जल्द समाधान भी चाहेंगे। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में इस तरह की सेवा प्रदान करने के कारोबार में इजाफा होगा।
उधर, नाम न छापने की शर्त पर मुंबई स्थित जानी-मानी वाटर प्यूरीफायर बनाने वाली कंपनी की सीनियर मैनेजर (कंज्यूमर गुड्स) कहती हैं कि कस्टमर केयर में कई बार शिकायत संबंधी फोन कॉल अधिक हो जाती हैं, इस वजह से कई उपभोक्ता हमसे संपर्क नहीं कर पाते हैं और थक कर अन्य विकल्प तलाशते हैं। वेब पोर्टल कंपनियां उपभोक्ता और कंपनी के बीच कम्यूनिकेशन चैनल की तरह काम करते हैं। वेबपोर्टल कंपनियों के पास आई शिकायतों को हमारी कंपनी के अन्दर बैठी टीम सुलझाती है।
उपभोक्ताओं का वेबपोर्टल की ओर रुझान बढ़ने के सवाल पर दिल्ली स्थित उपभोक्ता फोरम के वकील और जानकार चंद्रशेखर आश्री कहते हैं कि वेबपोर्टल कंपनियां अगर उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान फोरम जाने से पहले ही करने में मदद कर रही हैं तो समाज में इनकी भूमिका को नकारा भी नहीं जा सकता है।
नया विकल्प
कस्टमर केयर की बेरुखी और कंज्यूमर फोरम में केस की लंबी लाइन से बचने के लिए वेबपोर्टल का सहारा लेते हैं लोग
समय अभाव और भागादौड़ी से बचने की वजह से भी उपभोक्ता वेबपोर्टल कंपनियों से लेने लगे हैं सहायता
एक वेब पोर्टल के मुताबिक हजार में एक ग्राहक फोरम में करते हैं शिकायत
वेब पोर्टल कंपनियों को सबसे अधिक शिकायतें टेलीकॉम सेक्टर से मिलती हैं
सोशल साइट्स पर उपभोक्ताओं की शिकायतों का लगा है अंबार
गंभीर मामलों में यह कंपनियां उपभोक्ता को फोरम में भी मदद करती हैं
उपभोक्ता फोरम में लंबित मामले फोरम लंबित मामले
देशभर की उपभोक्ता फोरम 3.5 लाख
जिला उपभोक्ता फोरम 2.5 लाख
राज्य उपभोक्ता फोरम 93,839
राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग 10,230
(आंकड़े 21 दिसंबर 2012 तक, स्त्रोत- एनसीआरडीसी)
देशभर में सेवाएं दे रहीं कंपनियां
500-2000 रुपये की फीस लेती हैं ये वेब पोर्टल कंपनियां उपभोक्ता की शिकायतों के निपटारे के लिए।
स्त्रोत : लाइव हिन्दुस्तान। 07.03.13
nice blog..
ReplyDeletewb govt job
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